लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार (21 अक्टूबर) को लखनऊ पुलिस लाइन में आयोजित ‘पुलिस स्मृति कार्यक्रम-2024’ में शामिल हुए। उन्होंने सबसे पहले परेड की सलामी ली। इस दौरान अपने संबोधन में सीएम ने कहा, प्रदेश की पुलिस ने कानून का राज कायम रखने में बड़ी भूमिका निभाई है। 7 साल में बेहतर पैरवी करके 68 में से 31 माफियाओं को सजा दिलाई गई। इनमें से कई को आजीवन कारावास तो वहीं दो को फांसी की सजा सुनाई गई।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, वर्दी भत्ते में 70 प्रतिशत और बैरक में रहने वाले आरक्षियों के पुलिस एकोमोडेशन अलाउंस में 25 प्रतिशत की वृद्धि की गई। राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खेलकूद में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों के प्रशिक्षण, आहार समेत अन्य के लिए अगले वित्तीय वर्ष में 10 कराेड़ बजट रखा है।
पुलिस विभाग में 1.54 लाख भर्तियां
सीएम योगी ने कहा, साल 2017 के बाद पुलिस विभाग के विभिन्न पदों पर 1.54 लाख भर्तियां की गईं। इसमें 22,000 से अधिक महिला कार्मिक शामिल हैं। CM ने बहु मंजिल आवास और प्रशासनिक भवन के रख-रखाव के लिए 1380 करोड़ रुपये के कॉरपस फंड की घोषणा भी की।
उन्होंने कहा, धार्मिक स्थलों से 1.8 लाख से अधिक लाउडस्पीकर उतारे गए। उच्चतम न्यायालय की गाइडलाइन के अनुसार ध्वनि नियंत्रित की गई। 31 मई 2017 से 2 अक्टूबर 2024 तक पुलिस ने दो करोड़ 68 लाख से अधिक स्थानों पर फुट पेट्रोलिंग कर सुरक्षा का माहौल बनाया।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 21, 2024
77811 अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई
सूबे के मुखिया ने कहा, अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए गैंगस्टर एक्ट के तहत 77811 और 9,23 अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई की गई। माफिया और अपराधी गिराहों के 68 मुकदमों में प्रभावी पैरवी कर 31 माफिया और उनके 66 सहयोगियों को आजीवन कारावास की सजा दिलाई गई। 2 को फांसी की सजा हुई।
सीएम ने कहा, गणतंत्र और स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति ने विशिष्ट सेवाओं के लिए 4, दीर्घ-सराहनीय सेवाओं के लिए 110 अधिकारियों और कर्मचारियों को पुलिस पदक प्रदान किए। गृह मंत्रालय भारत सरकार ने 1,013 पुलिसकार्मिकों को अति उत्कृष्ट सेवा पदक और 729 कार्मिकों को उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया।
शहीद आश्रितों को 36.20 करोड़ की आर्थिक सहायता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, भारतीय सेवा में कार्यरत उत्तर प्रदेश के 115 शहीद कार्मिकों के आश्रितों को 36.20 करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। वहीं जिलों में तैनात पुलिसकर्मियों की सुख सुविधा के लिए 3.50 करोड़, कल्याण के लिए 4 करोड़ और चिकित्सा संबंधी 2,66 दावों के निस्तारण के लिए 30.56 लाख रुपये की राशि दी गई है।
गृह मंत्रालय ने यूपी पुलिस को दिए मेडल
सीएम योगी ने कार्यक्रम के अंत में कहा कि प्रदेश की पुलिस ने बेहतर काम किए हैं और कानून व्यवस्था को बनाए रखने में लगातार अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 1 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को उनकी कर्तव्य परायणता के लिए सम्मानित किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपने कार्य के प्रति समर्पित 100 से ज्यादा पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को राष्ट्रपति द्वारा स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर मेडल दिया गया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के पुलिस बल के कार्यों को सराहा और कहा कि कई तरह के जुलूस और राजनीतिक जुलूस को पुलिस ने बेहतर प्रबंधन से पूरे कराए। कार्यक्रम में सीएम ने शहीद पुलिसकर्मियों, रिटायर्ड पुलिसकर्मियों और मृतक आश्रित परिवारों के लिए राहत की घोषणाएं भी की। वहीं, संबोधन के बाद मुख्यमंत्री यूपी के शहीद पुलिसकर्मी रोहित कुमार और सचिन राठी के परिवार से मिले और उन्हें सम्मानित किया।