बहराइच हिंसा: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में हुई हिंसा का सोमवार (21 अक्टूबर) को 9वां दिन है। महराजगंज में सन्नाटा पसरा है और सड़कों पर जगह-जगह फोर्स तैनात है। वहीं, हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने रविवार (20 अक्टूबर) को बुलडोजर एक्शन पर 15 दिन की रोक लगा दी थी।
इसी बीच भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने हिंसा में मारे गए राम गोपाल की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को लेकर दिए बयान पर माफी मांग ली। उन्होंने बुलंदशहर के एक कार्यक्रम में कहा था- ‘राम गोपाल को 35 गोलियां मारी गई। पेट फाड़ दिया गया था।
रामगोपाल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर मांगी माफी
बुलंदशहर में अयोजित एक कार्यक्रम में नूपुर शर्मा ने कहा था- ‘हम बटेंगे तो कटेंगे। बहराइच में रामगोपाल मिश्रा को बेरहमी से मारा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसे 35 गोली मारी गईं। नाखून उखाड़ लिए गए। पेट फाड़ दिया गया।’
हालांकि, नूपुर के बयान को बहराइच पुलिस ने गलत बताया था। इसके बाद विवाद बढ़ा तो नूपुर शर्मा ने माफी मांग ली। उन्होंने कहा, जो मैंने सुना था, वह मैंने दोहराया। मुझे पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के स्पष्टीकरण के बारे में नहीं पता था। मैं अपने शब्द वापस लेती हूं और क्षमा मांगती हूं।
नेता विपक्ष माता प्रसाद को नहीं मिली बहराइच जाने की अनुमति
उधर, बहराइच हिंसा को लेकर नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडेय का दौरा करना चाहते थे। हालांकि, पुलिस ने मौजूदा हालात का जिक्र करते हुए उनको जाने की अनुमति नहीं दी। सपा ने इसे लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। बता दें कि राम गोपाल के घर के रास्ते में भी पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी है। मीडिया को घर तक नहीं जाने दिया जा रहा है।