Zika Virus In maharashtra: पश्चिमी देशों से फैले जीका वायरस का संक्रमण भारत में देखा जा रहा है. महाराष्ट्र में जीका से संक्रमित लोगों के मामले बढ़कर 8 हो गए हैं. डॉक्टरों ने इस पर चिंता जताते हुए कहा है कि इससे गर्भवती महिलाओं को गंभीर खतरा है. यह वायरस गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए हानिकारक है.
डॉक्टर्स के मुताबिक, जीका वायरस से गर्भवती महिलाओं को कई तरह की गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं. क्योंकि, जीका वायरस डेंगू और चिकनगुनिया की तरह एडीज मच्छर जनित वायरल बीमारी है. गर्भावस्था के दौरान महिला के इससे संक्रमित होने पर जीका विकासशील भ्रूण पर विनाशकारी प्रभाव डाल सकता है. ऐसी अवस्था में माइक्रोसेफली का खतरा बना रहता है, इसमें बच्चे असामान्य रूप से छोटे सिर और अविकसित मस्तिष्क के साथ पैदा होते हैं.
सबसे ज्यादा मामले पुणे से सामने आए
वर्तमान में, महाराष्ट्र से जीका वायरस संक्रमण के आठ मामले सामने आए हैं. इसमें से 6 मामले पुणे से, एक कोल्हापुर से और एक संगमनेर से सामने आया है. इनमें से दो मामले गर्भवती महिलाओं के हैं.
आखिर कैसे फैलता है जीका वायरस
जीका वायरस संक्रमित मच्छर के काटने से व्यक्ति में फैलता है. इसके शुरुआती लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं. इसमें मरीज को बुखार, दाने, जोड़ों में दर्द और लाल रंग होने जैसी समस्याएं आ सकती हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, महिलाओं की गर्भावस्था को प्रभावित करने के अलावा यह वायरस भविष्य के गर्भधारण को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे यह एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता का विषय बन गया है.
ये होते हैं जीका वायरस के लक्षण
डॉक्टर कहते हैं कि गर्भवती महिलाएं जीका वायरस के बुखार, दाने, जोड़ों में दर्द और लाल आंखें जैसे लक्षणों पर नजर रखें तथा तुरंत चिकित्सा सहायता लें. वे जीका से प्रभावित क्षेत्रों की यात्रा करने से बचें और मच्छरों के काटने से खुद को बचाएं.