गुवाहाटी: अब तक सिंगापुर से जुबीन गर्ग की मौत से जुड़ी जानकारी असम पुलिस को नहीं मिल पाई है। सीआईडी के स्पेशल डीजीपी मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने शनिवार को बताया कि भारत सरकार ने सिंगापुर से सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य जरूरी जानकारी मांगी है। CID ने सिंगापुर में 11 लोगों को समन भेजा है, जो घटना के समय यॉट पर मौजूद थे। हालांकि, सिर्फ एक ने बयान दर्ज कराया।
वहीं, इस मामले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दूसरी ओर जुबीन की पत्नी गरिमा ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर लगातार न्याय की मांग करते रहें। गरिमा ने लिखा, जुबीन की मौत को 22 दिन हो चुके हैं, लेकिन अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि उनके साथ क्या हुआ था।
ऑटोप्सी-विसरा रिपोर्ट जल्द होंगे सार्वजनिक
जुबीन गर्ग के शव का विसरा रिपोर्ट गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को सौंपा गया है। राज्य सरकार के सूत्रों के मुताबिक जुबीन की फाइनल ऑटोप्सी और विसरा रिपोर्ट जल्द सार्वजनिक की जाएगी।
इससे पहले असम सरकार ने कहा था कि रिपोर्ट सार्वजनिक करने से यह ‘कानूनी रूप से अमान्य’ हो जाएगी। सिंगर पहली पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनकी मौत का कारण डूबना बताया गया था। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के सूत्रों के अनुसार विभाग की ओर से दिवंगत गायक जुबीन गर्ग के नाम पर शीघ्र एक ट्रेन चलाई जा सकती है।
दो दिन पहले अरेस्ट हुए जुबीन के PSO
जुबीन गर्ग की संदिग्ध मौत मामले में उनके दो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) को स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया। दोनों का नाम नंदेश्वर बोरा और परेश बैश्य है, जो लंबे समय से जुबीन गर्ग के सिक्योरिटी ऑफिसर थे।
पुलिस ने दोनों को उनके बैंक अकाउंट से पिछले चार-पांच सालों के दौरान ₹1 करोड़ से ज्यादा के लेन-देन के मामले में गिरफ्तार किया है। इनमें से ₹70 लाख बोरा और ₹40 लाख बैश्य के खाते में आए थे। दोनों अफसरों को पहले ही सस्पेंड कर दिया गया था।
अब तक सात गिरफ्तारियां
सिंगर जुबीन गर्ग की मौत मामले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें जुबीन के चचेरे भाई और DSP संदीपन गर्ग, मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, सह गायिका अमृतप्रभा महंत, नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के आयोजक श्यामकनु महंत, बैंड के ड्रम मास्टर शेखर ज्योति गोस्वामी शामिल हैं।