बरेली: शहर में जुमा की नमाज के बाद कई इलाकों में भड़की हिंसा के मामले में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। सुरक्षा कारणों के चलते मौलाना तौकीर रजा को सीतापुर जेल भेजा जा रहा है।
कानपुर प्रकरण को लेकर शुक्रवार को बरेली में तनाव की स्थिति थी। नमाज के बाद कोतवाली के खलील तिराहे से बवाल शुरू हुआ, जिसके बाद शहर के विभिन्न इलाकों में पुलिस पर पथराव और फायरिंग की गई। इस बवाल और झड़पों में 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिनका मेडिकल परीक्षण कराया गया है। मौलाना के सात समर्थकों को भी गिरफ्तार कर मेडिकल के बाद जेल भेजा जा रहा है। पुलिस ने शनिवार सुबह करीब 5 बजे मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तार किया और 6 बजे कोर्ट में पेश किया।
मौलाना तौकीर रजा का विवादित इतिहास
मौलाना तौकीर रजा का नाम एक बार फिर विवादों में आया है। वह पहले भी विवादित बयानों और कृत्यों को लेकर चर्चा में रहे हैं। मौलाना तौकीर रजा 2010 में बरेली में हुए दंगे के आरोपी हैं, जिसका मामला अभी भी कोर्ट में लंबित है। उन्होंने ज्ञानवापी ढांचे में पूजा शुरू होने के बाद ‘जेल भरो आंदोलन’ की घोषणा भी की थी, जो उनकी विवादित बयानबाजी को दर्शाता है।
सीएम योगी की उपद्रवियों को कड़ी चेतावनी
घटना के बाद शुक्रवार देर रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था की समीक्षा की और शनिवार सुबह भी बरेली की कार्रवाई पर अधिकारियों से जानकारी ली। सीएम योगी ने उपद्रवियों के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाते हुए सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, “उपद्रवियों पर ऐसी कार्रवाई हो कि वे दोबारा कभी इस गलती की सोच भी न सकें। कार्रवाई के लिए किसी और समय का इंतज़ार न करें, यही सही समय है।”