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Deputy CM बोले- एक सदी पहले नेहरू ने भी बताया था संभल का सच

Brajesh Pathak ने Akhilesh Yadav पर कसा तंज, बोले- सपा ने कसाइयों को दिया संरक्षण
  • नेहरू की रिपोर्ट में भी स्पष्टसंभल में हिंदु सदा पीड़ित रहेः ब्रजेश पाठक

Deputy CM Brajesh Pathak: उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने संभल मु्ददे पर पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि न्यायिक जांच आयोग ने रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी है। जांच रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं हुई है। हम इसे कैबिनेट में ले जाएंगे, इसके उपरांत कार्रवाई के लिए उसे आगे भेजेंगे, फिर इस संदर्भ में बात करेंगे। उप मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि आज की बातचीत न जांच रिपोर्ट से प्रेरित है और न ही उसका संदर्भ लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी के पहले और 2024 से लेकर कई बार संभल की चर्चा आई है।

महात्मा गांधी के कहने पर नेहरू जी ने किया था संभल का दौरा

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि संभल में डेमोग्राफी बदलने के बारे में समय-समय पर मीडिया रिपोर्ट आती रहती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार चर्चा करते हैं कि यूपी व अन्य राज्यों में डेमोग्राफी बदलने के लिए संगठित रूप से कुछ गिरोह विदेशी ताकतों के इशारे पर करते हैं। हमारी प्रतिबद्धता सभी को साथ लेकर चलने की है। हम किसी भी स्थिति में डेमोग्राफी बदलने नहीं देंगे और पूर्ववर्ती स्थिति मेंटेन करेंगे। पाठक ने कहा कि 1924 में संभल में दंगा हुआ था। कई हिंदु परिवारों को मौत के घाट उतार गया था। उस समय महात्मा गांधी ने जवाहर लाल नेहरू से कहा था कि आप वहां का दौरा कीजिए। 8-10 सितंबर 1924 को जवाहर लाल नेहरू ने दौरा किया और 12 सितंबर को 13 पन्नों की रिपोर्ट महात्मा गांधी को सौंपी थी।

नेहरू की रिपोर्ट में भी स्पष्टसंभल में हिंदु सदा पीड़ित रहे

डिप्टी सीएम ने एक सदी पहले नेहरू की उस रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि रिपोर्ट में स्पष्ट है कि संभल में हिंदु सदा पीड़ित रहे। तुष्टिकरण और समाज को बांटने वाली सरकारों ने जनसंख्या संतुलन को बिगड़ने दिया। उस पर कार्रवाई नहीं की, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। हमारी सरकार संभल सहित पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था को बरकरार रखेगी।

नेहरूजी ने अपनी रिपोर्ट में कहापृथ्वीराज चौहान ने बनवाया था हरिहर मंदिर

पाठक ने कहा कि संभल में जो दंगा हुआ था, मुस्लिम समाज के उपद्रवियों ने मंदिरों को निशाना बनाया था। कई हिंदु परिवारों को मौत के घाट उतार दिया था। एक हिंदु को कुएं में ढकेल कर असमय मौत के मुंह में फेंक दिया गया था। कई लोगों की हत्या हुई, कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। उस समय नेहरू जी ने रिपोर्ट में कहा था कि हरिहर मंदिर महाराज पृथ्वीराज चौहान ने बनवाया था। बाबर ने इसे मस्जिद में बदलने का कार्य किया। यह ऐतिहासिक दस्तावेज बताता है कि संभल में हिंदुओं की पीड़ा अचानक नहीं हुई। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन परंपरा के धार्मिक ग्रंथों में जानकारी मिलती है कि संभल में भगवान कल्कि का अवतार होने वाला है, इसलिए हर भारतवासी के मन में संभल के प्रति अटूट आस्था रही है।

कभी सभी के खिलाफ अत्याचार करके सरकार चलाई जाती थी

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय से लेकर अब तक संभल में एससी, एसटी समाज हो या रस्तोगी-दुबे परिवार के सदस्य, डेमोग्राफी बदलने में किसी को भी बख्शा नहीं गया। सबके खिलाफ हमेशा अत्याचार होते हुए सरकार चलाई गई। नतीजतन हिंदु भाई-बहनों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा। उनके घर-मकान छीन लिए गए। कानून व्यवस्था नाम मात्र की रह गई, लेकिन 2017 के बाद से संभल, शामली, कैराना, मुजफ्फरनगर में पूरी तरह से पलायन रूका है और लोग अपने घरों को लौट रहे हैं। संविधान के दायरे में रहकर सरकार धर्मांतरण, लव जेहाद के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है और न्यायालय के माध्यम से कड़ी सजा दिला रहे हैं। हमारी सरकार सर्वांगीण विकास के लिए कार्य कर रही है।

उप मुख्यमंत्री ने बताई संभल में हुई कार्रवाई 

पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हमारी सरकार कानून व्यवस्था को मजबूत कर रही है। संभल में हिंसा की घटना के बाद 68 से अधिक पौराणिक स्थलों व 19 प्राचीन कूपों को कब्जे से मुक्त कराकर पुनः उनका स्वरूप प्रदान करने का काम किया गया है। संभल में 1067 अतिक्रमण हटाकर 73 हेक्टेयर भूमि मुक्त कराई गई है। मस्जिद, मजार, मदरसे व कब्रिस्तान से भी 37 अवैध कब्जे हटाए गए। शासन किसी भी अवैध कब्जे को बर्दाश्त नहीं करेगा।

संभल में दो नए थाने बने, बिजली चोरी के लिए चला अभियान

उन्होंने बताया कि संभल में कानून व्यवस्था के लिए दो नए थाने व 45 नई चौकी स्थापित की गईं। संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी व ड्रोन निगरानी की व्यवस्था की गई। जनपद मुख्यालय, जिला कारागार, 24वीं वाहिनी पीएसी व स्पोर्ट्स स्टेडियम जैसी परियोजनाओं पर तेजी से काम हुआ है। संभल में बिजली चोरी की गंभीर स्थिति भी सामने आई। बिजली चोरी रोकने के लिए अभियान चला। लाइन लास कभी 82 प्रतिशत तक पहुंच गया था, जो अब मात्र 18  प्रतिशत बचा है। इससे 84 करोड़ रुपये की बचत हुई है। वहां फर्जी बीमा क्लेम लेते थे। बीमा माफिया पर कार्रवाई हुई है। 100 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया गया है। 67 लोगों को जेल भेजा गया है।

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