लखनऊ: प्रिसीजन मेडिसिन के कई तरह से फायदेमंद है। इससे हर मरीज को उनकी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार सबसे प्रभावी इलाज मुहैया कराया जाता है। यह जानकारी केजीएमयू क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अविनाश अग्रवाल ने दी। वह शनिवार को केजीएमयू के अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित प्रिसीजन मेडिसिन एंड इनटेंसिव केयर पर कान्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।
डॉ. अविनाश अग्रवाल ने बताया कि इसके बेहतर परिणाम और कम साइड इफेक्ट होते हैं। यह दवाओं की प्रभावकारिता में सुधार करता है, क्योंकि यह व्यक्तिगत रूप से निर्धारित की जाती है। बीमारियों को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद करता है, जिससे मरीजों को बेहतर गुणवत्तापूर्ण जीवन जीने में मदद मिलती है। साथ ही बेवजह कीइ जांचें और इलाज से बचाने में भी मदद करता है, जिससे स्वास्थ्य देखभाल लागत कम हो जाती है।
कार्यशाला में 300 डॉक्टर्स ने लिया हिस्सा
इससे पहले कांफ्रेंस की शुरुआत केजीएमयू की कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने की। उन्होंने कहा कि इस तरह की कान्फ्रेंस से ज्ञान व तकनीक का आदान प्रदान होता है। डॉक्टर्स को इलाज की नई तकनीक सीखने का मौका मिलता है। नई दवाओं और जांच की जानकारी होती है। इस मौके पर 300 से ज्यादा डॉक्टर्स ने हिस्सा लिया।