जगरेब: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कनाडा से क्रोएशिया पहुंच गए हैं। तीन देशों की यात्रा में ये पीएम का अंतिम पड़ाव है। पीएम मोदी यहां क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच से द्विपक्षीय बातचीत करेंगे। इसके अलावा, राष्ट्रपति जोरोन मिलानोविच से भी मुलाकात करेंगे। ये किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गेस्ट नेशन के तौर पर समिट का हिस्सा बने थे। इस दौरान उन्होंने कई वर्ल्ड लीडर्स से मुलाकात की। इसके बाद वे क्रोएशिया पहुंचे हैं।
PM मोदी की क्रोएशिया यात्रा के मायने
- पहली भारत-क्रोएशिया प्रधानमंत्री स्तर की यात्रा- यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली आधिकारिक यात्रा है।
- यूरोपीय संघ से रिश्तों को मजबूती- क्रोएशिया यूरोपीय संघ (EU) का सदस्य है, और यह यात्रा भारत की यूरोपीय देशों के साथ साझेदारी बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है।
- आर्थिक सहयोग और निवेश- व्यापार, तकनीक, फार्मा, IT और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की उम्मीद है।
- संरक्षण और समुद्री सहयोग- भारत और क्रोएशिया समुद्री और रक्षा क्षेत्र में भी सहयोग कर सकते हैं, क्योंकि क्रोएशिया एक समुद्री देश है।
- राजनयिक संतुलन- यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब भारत रूस-यूक्रेन युद्ध और पश्चिमी देशों के बीच संतुलन बनाकर चल रहा है। ऐसे में यह दौरा कूटनीतिक दृष्टिकोण से अहम है।
- सांस्कृतिक रिश्ते- दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा मिलेगा, खासकर योग, आयुर्वेद और भारतीय समुदाय के जरिए।
- वैश्विक मंचों पर सहयोग- जलवायु परिवर्तन, वैश्विक शांति और विकास जैसे मुद्दों पर सहयोग के नए अवसर खुल सकते हैं।
क्रोएशिया के बारे में 6 रोचक तथ्य
- दुनिया की पहली टाई क्रोएशिया से आई- क्रावट नाम की टाई क्रोएशियाई सैनिकों द्वारा पहनी जाती थी, जिससे आधुनिक टाई की शुरुआत हुई।
- गेम ऑफ थ्रोन्स की शूटिंग- मशहूर सीरीज ‘Game of Thrones’ की शूटिंग क्रोएशिया के शहर डुब्रोवनिक में हुई थी, जिसे ‘King’s Landing’ दिखाया गया।
- 1,200 से भी ज्यादा द्वीप- क्रोएशिया में 1,200 से अधिक छोटे-बड़े द्वीप हैं, लेकिन इनमें से कुछ में ही लोग रहते हैं।
- यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स- क्रोएशिया में 10 से अधिक विश्व धरोहर स्थल हैं, जिनमें प्राचीन शहर स्प्लिट और डिओक्लेशियन का महल शामिल हैं।
- निकोल टेस्ला का जन्मस्थान- महान वैज्ञानिक निकोल टेस्ला का जन्मस्थान क्रोएशिया है, जब यह ऑस्ट्रो-हंगेरियन साम्राज्य का हिस्सा था।
- दुनिया का सबसे छोटा हुम शहर- यहां दुनिया का सबसे छोटा शहर हुम है। यहां सिर्फ 20-25 लोग रहते हैं।
भारत के लिए क्रोएशिया से दोस्ती के कारण
क्रोएशिया यूरोपीय संघ और नाटो का सदस्य है। भारत के लिए इन देशों के साथ मजबूत आर्थिक और रणनीतिक संबंध जरूरी हैं। क्रोएशिया बाल्कन क्षेत्र में है, जो यूरोप और पश्चिम एशिया के बीच का पुल माना जाता है। यहां से भारत को मध्य और पूर्वी यूरोप तक पहुंचने में मदद मिलेगी। क्रोएशिया एड्रियाटिक सागर के किनारे है और इसकी नौसैनिक ताकत भारत के लिए रक्षा और शिपबिल्डिंग में सहयोग का मौका दे सकती है। क्रोएशिया तकनीकी तौर पर आगे है, खासकर आईटी, मेडिकल टेक्नोलॉजी और ऊर्जा के क्षेत्र में। यहाँ से भारत को नए अवसर मिल सकते हैं। क्रोएशिया भारत के लिए नया पर्यटन बाजार हो सकता है और सांस्कृतिक आदान-प्रदान से दोनों देशों के रिश्ते और गहरे होंगे।