बरेली: बरेली बवाल के बाद पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा के करीबी IMC नेता नदीम खां सहित 28 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया। सोमवार को पकड़े जाने पर सभी उपद्रवी हाथ जोड़कर रोते नजर आए। उन लोगों ने बताया कि बहकावे में आकर जुमे की नमाज के बाद हिंसा की थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्या ने बताया कि नदीम खां ने लोगों को वॉट्सऐप मैसेज भेजकर भीड़ जुटाई थी। लोगों को प्रशासन के खिलाफ भड़काया था। नदीम ने बवाल के समय पुलिस से एक हैंडसेट छीन लिया था। वह हैंडसेट भी उसके पास से बरामद कर लिया गया। इसके अलावा अन्य आरोपियों से तमंचे मिले हैं। उपद्रवियों में बरेली के अलावा बिहार और पश्चिम बंगाल के रहने वाले लोग शामिल हैं।
55 आरोपियों को भेजा गया जेल
एसएसपी ने बताया कि पुलिस अब तक 55 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीद गवाहों के आधार पर अभी अन्य उपद्रवियों की पहचान कराई जा रही है। दरअसल, 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद ‘आई लव मोहम्मद’ को लेकर बवाल हुआ था। उपद्रवियों ने चार जगह पर पुलिस पर पत्थरबाजी और गोलीबारी की थी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया था। आंसू गैस के गोले छोड़े थे।
बरेली शहर में दंगा करने की योजना बनाकर पुलिस पार्टी पर फायरिंग व ईंट पत्थर तथा एसिड बोतल से हमला आदि करने वाले अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं घटनास्थल से बरामदगी के संबंध में श्री अनुराग आर्य #SSPBareilly की बाइट।#UPPolice
पार्ट- 3 pic.twitter.com/xl7MQGtvQq
— Bareilly Police (@bareillypolice) September 30, 2025
IMC नेता नदीम ने लोगों को वॉट्सऐप मैसेज से उकसाया
सोमवार को एसएसपी अनुराग आर्य ने बरेली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, 26 सितंबर को शहर में दंगा कराने की साजिश रची गई थी। पुलिस पर फायरिंग, ईंट-पत्थर और एसिड की बोतलों से हमला किया गया। IMC प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने इस्लामिया इंटर कॉलेज पर जुलूस निकालने का ऐलान किया था। लेकिन, प्रशासन ने दुर्गा पूजा, दशहरा और शहदाना- सकलैनी उर्स को देखते हुए जुलूस की इजाजत नहीं दी थी।
इस्लामिया कॉलेज प्रशासन ने भी अपने ग्राउंड की इजाजत नहीं दी थी। इसके बाद मौलाना के करीबियों अनीस सकलैनी, नदीम खां समेत अन्य पदाधिकारियों ने वीडियो और वॉट्सऐप मैसेज भेजे। सभी को ग्राउंड में आने के लिए उकसाया। उपद्रव वाले दिन (26 सितंबर) दोपहर करीब 3 बजे पुराना शहर इलाके से 100-150 लोग जुलूस की शक्ल में निकले। इसमें अनीस सकलैनी और नदीम खां भी शामिल था। पुलिस ने उन्हें रोका तो भीड़ ने बैरियर पर धक्का देकर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर किया।