लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी में होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के आविष्कारक डॉ. क्रिश्चियन फ्रेडरिक सैमुअल हैनीमैन की 181वीं पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर गोमतीनगर स्थित राजकीय नेशनल होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में स्थापित डॉ. हैनीमैन की प्रतिमा पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) डीके सोनकर ने माल्यार्पण किया।
इस मौके पर प्राचार्य के साथ एकेडमिक इंचार्ज प्रोफेसर (डॉ.) अमित नायक, प्रोफेसर (डॉ.) विश्वजीत गुप्ता, डॉ. सुतापा नंदी, डॉ. रामकुमार अग्रवाल, डॉ. अंजनी सिंह, डॉ. प्रियंका बी. चौदसी, डॉ. रेशमा, डॉ. अमितेश सिंह, डॉ. फरहीन, डॉ. इफ्फत व डॉ. अर्चना सहित महाविद्यालय के अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं ने भी माल्यार्पण किया। सभी ने डॉ. हैनीमैन को याद करते हुए 2 मिनट का मौन धारण कर और उसके बाद पुष्प अर्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
सभी से की गई डॉ. हैनीमैन की शिक्षा याद रखने की अपील
बता दें कि होम्योपैथी के जनक डॉ. सैमुअल हैनीमैन का 2 जुलाई, 1843 को स्वर्गवास हो गया था। वह न केवल एक महान शिक्षक, प्रयोगकर्ता थे बल्कि एक दूरदर्शी व्यक्ति थे। उनकी शिक्षाएं बीमारी, स्वास्थ्य और इलाज के हर पहलू के लिए आज भी प्रासंगिक हैं। डॉ. हैनीमैन की पुण्यतिथि पर राजकीय नेशनल होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय में सभी से उनकी शिक्षाओं को याद रखने और उनका पालन करने की अपील की गई।